हरिद्वार, जिसे हिंदू धर्म में एक पवित्र स्थान माना जाता है, यहाँ पर विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट द्वारा अद्वितीय सेवा कार्य किए जा रहे हैं। पूज्य बापूजी के मार्गदर्शन में इस ट्रस्ट ने समाज के गरीब और जरूरतमंद वर्गों के लिए अनेक सेवा प्रकल्प आरंभ किए हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण प्रकल्प है ‘अन्न दान’, जो न केवल भूख मिटाने का साधन है, बल्कि मानवता के प्रति एक सच्ची सेवा भी है।
‘अन्न दान’ हिंदू धर्म में सर्वोत्तम दानों में से एक माना गया है। यह केवल भूखों को भोजन उपलब्ध कराने का ही माध्यम नहीं है, बल्कि इससे समाज में समानता और सद्भावना का भी प्रसार होता है। विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट के माध्यम से चलाए जा रहे इस कार्यक्रम का उद्देश्य केवल लोगों को भोजन कराना ही नहीं, बल्कि उनमें आत्मसम्मान और स्वाभिमान की भावना को भी प्रबल करना है।
पूज्य बापूजी का मानना है कि सेवा का सबसे उत्तम रूप वही है जिसमें निस्वार्थ भाव से दूसरों की भलाई की जाए। उनका कहना है, “अन्न दान केवल पेट भरने का साधन नहीं है, यह आत्मा की तृप्ति का भी माध्यम है। जब हम किसी भूखे को भोजन कराते हैं, तो हम उनके भीतर के इंसान को सम्मान देते हैं, और यह हमारे समाज को मजबूत बनाता है।”
हरिद्वार जैसे पवित्र स्थल पर अन्न दान का आयोजन विशेष महत्व रखता है। यहां देशभर से लोग तीर्थयात्रा के लिए आते हैं और कई बार उनके पास खाने की व्यवस्था नहीं होती। ऐसे में विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट के इस प्रयास से वे भूखे नहीं रहते और उन्हें भोजन की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।
आप भी इस पुनीत कार्य में सहयोग दे सकते हैं। यह सहयोग न केवल आर्थिक रूप में हो सकता है, बल्कि आप अपने समय और श्रम से भी इस महान कार्य में भागीदार बन सकते हैं।
अन्न दान के इस महान कार्य में भाग लेने के लिए आप नीचे दिए गए संपर्क माध्यमों से विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट से जुड़ सकते हैं:
Share This News