विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट द्वारा चलाया जा रहा अन्न दान अभियान न केवल भूखों को भोजन प्रदान करता है, बल्कि समाज में प्रेम, सद्भावना और मानवता की भावना को भी प्रबल करता है।
हिंदू धर्म में अन्न दान को सबसे बड़ा दान माना गया है। भूख केवल शारीरिक कष्ट नहीं है, बल्कि यह मानसिक और आत्मिक कष्ट भी देती है। अन्न दान के माध्यम से हम न केवल भूख मिटाते हैं, बल्कि आत्मा की शांति और तृप्ति भी प्रदान करते हैं।
पूज्य बापूजी का मानना है कि सेवा का सबसे उत्तम रूप वही है जिसमें निस्वार्थ भाव से दूसरों की भलाई की जाए। उनका कहना है, “अन्न दान केवल पेट भरने का साधन नहीं है, यह आत्मा की तृप्ति का भी माध्यम है। जब हम किसी भूखे को भोजन कराते हैं, तो हम उनके भीतर के इंसान को सम्मान देते हैं, और यह हमारे समाज को मजबूत बनाता है।”