हरिद्वार, भारत का एक ऐसा पवित्र स्थल है जहाँ गंगा नदी बहती है और लाखों श्रद्धालु अपनी आस्था और विश्वास को प्रकट करने आते हैं। इसी पवित्र भूमि पर, पूज्य बापूजी के मार्गदर्शन में, विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट ने अपनी अनूठी सेवा कार्यों की शुरुआत की है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण है ‘अन्न दान’ का अभियान, जो गरीब और भूखे लोगों के लिए एक संजीवनी साबित हो रहा है।
भारतीय संस्कृति में अन्न दान को सर्वोत्तम दान माना गया है। यह केवल भूख मिटाने का साधन नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा कर्म है जो दाता और प्राप्तकर्ता दोनों को आत्मिक संतोष प्रदान करता है। अन्न दान के माध्यम से हम न केवल जरूरतमंदों का पेट भरते हैं, बल्कि उनके आत्मसम्मान को भी बढ़ाते हैं। इस प्रकार, अन्न दान समाज में समानता और भाईचारे की भावना को प्रबल करता है।
पूज्य बापूजी कहते हैं, "अन्न दान न केवल भूखों को भोजन प्रदान करना है, बल्कि यह एक ऐसा माध्यम है जिससे हम अपने भीतर की करुणा और प्रेम को जागृत करते हैं। यह आत्मा की तृप्ति का मार्ग है।" उनके इस दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए, विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट ने अन्न दान के अभियान को अपना प्रमुख सेवा कार्य बनाया है।
अन्न दान के इस महत्वपूर्ण कार्य में आपका सहयोग कई तरीकों से हो सकता है:
अन्न दान के इस महान कार्य में भाग लेने के लिए आप नीचे दिए गए संपर्क माध्यमों से विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट से जुड़ सकते हैं:
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