राष्ट्रीय संत श्री चिन्मयानंद बापू आने वाली 2-8 मार्च 2024 तक उरई में 'श्री राम कथा' करेंगे। यह उनकी 563 वी कथा होगी। इसके लिए तीर्थ क्षेत्र प्रदर्शनी ग्राउण्ड टाउन हॉल के सामने, स्टेशन रोड, उरई क्षेत्र में भव्य पांडाल का निर्माण करवाया गया है. पहले दिन 2 मार्च को कथा दोपहर 1 बजे से होगी।
प्रदर्शनी ग्राउंड टाउन हॉल के सामने प्रारंभ हुई श्री राम कथा के प्रथम दिवस में विश्व विख्यात परम पूज्य संत श्री चिन्मयानंद बापू जी ने कथा का शुभारंभ एवं दीप प्रज्जवलन करते हुए कहा कि श्री रामचरितमानस कलयुग में साक्षात कल्पवृक्ष है जिसकी सानिध्य में बैठने पर व्यक्ति की हर मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
आज वर्तमान समय में प्रायः यह देखा जा सकता है की हम अपने मूल स्वरूप को भूलकर इस नश्वर जगत को ही तादात्मय कर है जो की सिर्फ दुःख और पीड़ा ही देता है।
किसी भी विषय का ज्ञान उसके अशक्ति और मोह को नष्ट कर देता है।क्न्योकि मोह ही सभी दुखो का कारण है। और मोह का अर्थ है अज्ञान। वास्तव में देखा जाये तो ये अज्ञानता ही हर जीव को दुखी करती है। इसलिए जीव यदि ज्ञान को उपलब्ध हो जाये तो तत्क्षण जीव को परम् विश्राम , परम् सुख, परम् आनंद की प्राप्ति हो सकती है।